रविवार, नवंबर 22, 2009

मुझे राय चाहिए?

में यह छोटा सा लेख,बिना किसी उदहारण,बिना किसी घटना का वर्णन,ना कोई पड़ी,सुनी और देखी घटना के वर्णन के यह लेख लिख रहा हूँ,इसको आप लोग माईकरो ब्लॉग्गिंग,और  ब्लॉग्गिंग के बीच की ब्लॉग्गिंग कह सकतें हैं, बहुत से लोग, या कुछ लोग किसी एसी बात  जिसमें ना किसी की बुराई हो, ना किसी पर कोई कटाक्ष हो ना,किसी पर व्यंग्य हो, और ना ही अपनी बात मनवाने का आग्रह हो,उसको सुन के पड़ के,व्यंग क्यों करते हैं,  और ना ही मानना चाहते हैं, और हो सकता है देख कर  भी कह दें,दृष्टि भ्रम हो ?
    ऐसे लोगों का क्या कह सकते हैं,सजग,सजग भी इसलिए लिख रहा हूँ,कोई पाठक बुरा ना माने,बस मुझे प्रकार के लोगों को क्या कह सकतें है,इस बारे में आपकी राय चाहिए 

धन्यवाद्

3 टिप्‍पणियां:

मनोज कुमार ने कहा…

सजग

चंद्रमौलेश्वर प्रसाद ने कहा…

बिन्दास :)

Udan Tashtari ने कहा…

उत्तर प्रदेश में उन्हें 'बौड़म' कहते हैं. :)