रविवार, अगस्त 23, 2009

आईये गणपति जी से प्रार्थन करें

ॐ गंग गणपति नम:

आइये इस गणपति पर गणेश जी से सामूहिक आग्रह करें, विश्व की ज्वलंत समस्यओं के विघ्न का विनाश करें, मेरे मन मैं जो समस्याएँ आती हैं।

१। सवाइन फलु: विश्व मैं व्याप्त इस महामारी का समूल विनाश करें, इस भयंकर महामारी ने अनेको लोगो को काल के मुँह मैं ढकेल दिया है, कितने ही लोगो को इसने अपने परिवार के लोगो से सदा के लिए विदा कर दिया है, और बुद्धि देने वाले गणेश जी उन लोगो को सद्बुद्धि दो,जो लोग इस महामारी से बचने के लिए मास्क का उपयोग करते है, इस मास्क का समूल नाश करने की बजाये इस मास्क को इधर,उधर फ़ेंक देते हैं,वोह नहीं सोचते कि इससे सक्रमण और फेलता है, जो सफाई कर्मचारी कूड़ा उठाने के लिए आते हैं,वोह संक्रमित हो सकते हैं, उन बेचारो को इस रोग के बारे मैं और उससे बचने के लिए अधिक ज्ञान नहीं है।

२। इस वर्ष वर्षा बहुत कम हुई है, बेचारा किसान आसमान मैं टकटकी लगाये देखता है कि वर्षा कब होगी, उसका जीवन ही इस वर्षा पर निर्भर हैं,वोह तो अपनी जमा पूंजी खेतो मैं लगा देता है, और वर्षा ना होने के कारण उसकी खेतो मैं खड़ी फसल सुख जाती है,तो उसके ऊपर तो तुषारापात हो जाता है, पता नहीं उसने कहाँ,कहाँ से लोन ले कर के अपनी खेती मैं पैसा लगाया होता है, और लोन ना चुका के कारण वोह आत्महत्या कि ओर प्रेरित हो जाता है, उस बेचारे का परिवार टूट जाता है, विघ्न विनाशक गजपति ऐसा समय किसान को देखने को ना मिले,हमारी आपसे कर जोड़ कर यह विनती है।

३। बाजार मैं खाने पीने की वस्तुओं का अभाव हो जाता है, तो इन वस्तुओं के दाम आसमान छुने लगते हैं, और कालाबाजारी,जमाखोरी का बाजार गरम हो जाता है,इन लोगो का जमीर तो मर चुका है, इन लोगो को तो आत्मा की आवाज नहीं सुनाई देती, पर है गणेश जी यह बेचारे गरीब लोग और गरीबी रेखा से नीचे जीने वाले लोग कहाँ जाए, इन जमाखोरों,मिलावट करने वालो और कालाबाजारी करने वालों को सध्बुद्धि दो।

४। आज देश मैं आतंकवाद बढता जा रहा है, मजहब के नाम पर भड़काया जा रहा है, और युवा लोगो को आंतकवादी बनाया जा रहा है, यह बेचारे युवक नहीं जानते एक बार आंतकवादी बन गए,तो इनका सम्पूर्ण जीवन नष्ट हो जायगा, है बुद्धि देने वाले गणेश जी उन लोगो को सध्बुद्धि दो,ताकि यह लोग आंतकवादी बनाना छोड़ दे।

५। आज विश्व्ब ग्लोवल वार्मिंग की समस्या से जूझ रहा है ओर पर्यावरण की समस्या उत्पन्न हो रही है, ओर प्राक्रतिक मौसम की स्थिति खराब हो रही है, नदिया सूख जाएँगी, भूमि के नीचे जलस्तर कम हो जाएगा, है विघ्नविनाशक इस समस्या को दूर करो।

६। विश्व मैं सदाचार हो लोग एक दूसरे पर आक्षेप ना करें,अगर किसी मैं किसी को कोई कमी दिखाई देती है ,तो उसका उचित मार्गदर्शन करें।
अंत मैं भाई,बहनों से मेरा येही कहना है,हम सब इस गणपति के अवसर पर विघ्न विनाशक गणेश जी से प्रार्थना करें विश्व मैं शान्ति हो, ओर उन्निती के पथ पर अग्रसर हों।
मेरी दृष्टि से तो मुझे येही प्रमुख समस्याए लगी,पर आप लोगो को जो भी निजी,या सार्वजानिक समस्याए लगती हो,तो इस गणेश चतुर्थी से लेकर के गणपति विसर्जन तक उनसे प्रार्थना करें, यह मेरा निवेदन है।
गणपति बाप्पा मोर्या
जय गणेश जी

4 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

सही प्रार्थना!

श्री गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभ कामनाएं-
आपका शुभ हो, मंगल हो, कल्याण हो.

अविनाश वाचस्पति ने कहा…

आपकी पोस्‍ट का असर देखिए
हरिभूमि में प्रकाशित हुई है आज
सर देखिए
http://blogonprint.blogspot.com/2009/08/blog-post_25.html

संगीता पुरी ने कहा…

मैने अभी पढा इस आलेख को .. आपने गणपति बप्‍पा से इतनी अच्‍छी प्रार्थना की थी .. स्‍वार्थहीन होकर .. देश के लिए .. समाज के लिए .. भले ही मेरी आंखो से ओझल हो गया हो .. संपादकों की आंख से ओझल नहीं हो सकता था .. एक बार फिर से बधाई आपको !!

Vinashaay sharma ने कहा…

सगीता जी ध्न्यवाद को मेरा तो सभी पाट्को से येही निवेदन है,कि इस गनेश जी के पावन अवसर पर सब लोग आज की जो भी समस्याये है,उनकी विनती करे,जो भी मेरे मस्तिश्क मैने लिख दी,मेरा तो येही मानना है,मिल कर की गई प्रार्थना का बहुत प्रभाब होता है,और भी विश्व के लिए समस्याये हो सकती है,उसके लिये प्रार्थ्ना करे.