रविवार, अगस्त 16, 2009

बिजली वालों से पर्तिशोध लेने के अजब तरीके

बिजली की अघोषित कटोती की समस्या तो हर स्थान पर है, हमारे हरयाणा प्रान्त मैं,भिवानी शहर मैं,बिजली की समस्या से लोग इतने,व्यथित हो गए,उन्होने एक बिजली कर्मचारी को पकड़ा और चड़ा दिया बिजली के खंभे पर,हालाँकि बाद मैं उसने पुलिस से अपनी इस दूर्दुषा के बारे मैं बयान किया, यह तो मालूम नही अंतत: क्या हुआ।
दूसरी घटना इसी हरियाणा प्रान्त के कुरुषेत्र की, बहुत सारे बिजली कर्मचारी को पेडो से बाँध दिया, और बहुत से बिजली कर्मचारियों को कमरे मैं बैठा दिया,और पंखे को बंद कर दिया, एक बिजली कर्मचारी को डेर घंटे तक सूरज की कड़कती गर्मी मैं खड़ा कर दिया,अंजाम किया हुआ वोह तो खुदा जाने, जनता का आक्रोश इस तरह से निकला बिचारे नीरह प्राणियो पर, बाद मैं बिजली की व्यवस्था सुचारू हुई की नही,परन्तु इस प्रकार हरयाणा मैं इस तरह निकला आक्रोश उन बिजली कर्मचारियों पर।
अब मैं बात करता हूँ, उत्तर परदेश मैं स्थित गाजिआबाद की,यहाँ पर जिस कालोनी मैं, उत्तर परदेश के उर्जा मंत्री रहते हैं, शहर मैं अगर बाकी बची कोअलनियो मैं,अघोषित कटोती हो,परन्तु उस कालोनी मैं बिजली कभी नही जाती, मंत्री जी घर वहाँ तो उस कालोनी मैं रहने वाले सुखी, अगर वोह किसी भी कारणवश वोह किसी और कालोनी मैं चले जाते हैं, तो उस कालोनी के तो वारे न्यारे लगता हैं,लगता है मंत्री जी वहीँ रह जाए, क्योंकि जब तक मंत्री जी वहाँ रहते हैं तो उस कालोनी की बिजली नहीं जाती, लेकिन यहाँ पर भी लोगो का धेर्य जवाब दे गया, तीन दिन तक दूसरी कालोनी जो कि मंत्री जी की कालोनी के निकट हैं, वहाँ तीन दिन तक अगोहषित विजली के कारण ठीक से बिजली नहीं मिल पा रही थी, जनता जनार्दन ने मंत्री जी के घर का घिराब कर लिया, लोगो का कहना था, हमारे यहाँ तो ठीक से बिजली नहीं आ रही है, जिसके कारण हमें पानी की दिक्कत हो रही है, और इस कालोनी मैं बिजली आती रहती है, परन्तु मंत्री जी तो गये हुए थे चुनाब प्रचार मे लोग मायूस हो कर के बिजली घर पहुंचे, और वोही जाना पहचाना कार्यक्रम, लोट कर बिजलीघर जो की मंत्री जी की कालोनी मैं है उस मैं तोड़,फोड़ और सड़क पर जाम लगना।
अफ़सोस मेरा घर मंत्री जी की कालोनी मैं नही है,तो हम भी बिजली समस्या से दुखी नहीं होते, एक वर्षा ना होने के कारण दुखी और दूसरी बिजली की आंख मिचोनी से दुखी, सोचता हूँ अगर मंत्री जी सुखी तो कोलोनी वाले सुखी, हाँ ऊपर लिखे हरयाना प्रान्त के उन शेरहों मैं क्या हुआ मुझे ज्ञात नहीं, परन्तु सोचता हूँ उन शेरहों मैं शायद उर्जा मंत्री का उनकी कोलोनियों मैं घर होता जिस शहर की वोह जनता,जनार्दन थी यह आफत उन बिचारे बिजली कर्मचारियों पर नहीं आती, ना तो किसी को बन्दर की तरह बिजली के खम्बे पर ना चड़ना परता, ना ही गर्मी की मार सहनी पड़ती,इस प्रकार से उनको जनता का आक्रोश नहीं सहना पड़ता।
मैं सोचता हूँ उर्जा मंत्री जी समय,समय पर अपना आशियाना बदलते रहे तो कुछ समय के लिए तो उपरोक्त स्थान पर बिजली समस्या का निवारण हो जाए।

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