रविवार, मई 09, 2010

कल 10 मई हम दोनों पाती,पत्नी के लिए विशेष है |

आज सुबह मेरी पत्नी ने कहा कि उसके स्कूल में कल 10 मई को सब लोग उससे मिठाई मांगेगे, मुझे उस क्षण तो कुछ याद नहीं आया परन्तु दूसरे ही पल याद आ गया कि हम दोनों को विवाह बंधन में बंधे हुए 32 वर्ष हो जायेंगे, आज से 32 वर्ष से १ दिन कम में हमारा विवाह हुआ था,और जैसे ही मुझे दूसरे क्षण स्मरण हो आया कि कल हमारी ३२ वीं वर्षगांठ है, तो 32 साल पहले की विवाह बंधन में बंधने की घटना आँखों के सामने आने लगी, मुझे अपने काम के कारण अलग,अलग शहरों में जाना पड़ता था, इसलिए उस समय की फोटो रील द्वारा खिंची हुई फोटो जो कि हमारी शादी का प्रमाण थीं,ना जाने कहाँ गम हो गयीं,बस जो रह गयीं हैं,मानस पटल पर खिंची हुईं सम्रतियाँ |
आज से 33 साल पहले जब किंचित मुझे कार्य करते हुए एक साल व्यतीत हो चुका था, तब मेरी माँ ने समाचार पत्रों में मेरे लिए बधु खोजना प्रारंभ कर दिया था, उस समय तो यही एक उपाय था,बर बधु खोजने का,और मेरे माँ और पिता जी कभी इस शहर में या कभी उस शहर में मुझे लेकर जाते थे,वधु की तलाश में,और कभी लड़की वाले आते थे हमारे घर में,इस प्रकार एक वर्ष बीत गया था,मेरी माँ ने समाचार पत्र में, मेरी पत्नी के घर का पता और दूरभाष नंबर देखा और मिला दिया मेरी पत्नी के घर पर फ़ोन और इस प्रकार हमारे विवाह का सूत्रपात हुआ था |
 उसके पश्चात विवाह की प्रारम्भिक रस्मों गोद भराई सगाई इत्यादि रस्मों का सिलसला आरंभ हो गया था, और क्षणे,क्षणे खिसकता हुआ आ गया 10 मई का वोह दिन जब हम दोनों प्रणय बंधन में,बंध गए |

3 टिप्‍पणियां:

honesty project democracy ने कहा…

विवाह के ३२ वीं सालगिरह पर आपको बहुत-बहुत बधाई /

हिंदीब्लॉगजगत ने कहा…

बधाई.
अच्छा लिखा है आपने.
क्या हिंदी ब्लौगिंग के लिए कोई नीति बनानी चाहिए? देखिए

alka mishra ने कहा…

माफ़ कीजिएगा ,मुझे बधाई देने में विलंब हो गया ,5 दिनों से डायबीटीज की दवा बनाने में व्यस्त थी ,आनन् फानन में तो चार लाइन की नयी पोस्ट डाली थी ,अभी जब दवा पार्सल हो गयी तो नेट पे बैठी हूँ
आदरणीया चाची जी को हार्दिक बधाई सप्रनाम जरूर पेश कीजियेगा मेरी तरफ से