मंगलवार, जून 15, 2010

और सोशल साईट से जुड़ने में असमर्थ हूँ |

आज कल सोशल साईट की बाड़ सी आ गयी है,नित नए,नए सोशल साईट का निमंत्रण मिलता है,आखिर कितने सोशल साईट का निमंत्रण स्वीकार करुँ? सबसे पहले ऑरकुट पर अपना खाता खोला था, फिर याहू मेसेंजर पर अमरीका की  पेटरिका से चैट कर रहा था, और उन्होंने पूछा "क्या कर रहे हो "? मैंने उत्तर दिया" कुछ नही", तो वोह बोलीं मैंने फेसबुक पर अपने पारिवारिक फोटो लगाये हैं, और इस प्रकार मेरा खाता फेसबुक में भी खुल गया, किसी मेरे पुराने मित्र ने मुझे hi 5 पर निमन्त्रन मिला और इस प्रकार इस साइट में मेरा खाता खुल गया, इसी प्रकार से मेरा खाता नेटलोग और झूस में भी खुल चुकें हैं, इन सब में, मिला कर बहुत सारे  इन्टरनेट पर मित्र हो गएँ हैं, और याहू मेसेंजर, जी मेल और हॉट मेल पर भीबहुत सारे मित्र हैं, इन सब को मेनेज करना बहुत कठिन है,और उसके साथ याहू,रेडिफ,जी मेल,हॉट मेल पर आने वाले सन्देश और उनका उत्तर भी देना होता है, में इस कारण से बहुत से लोगों के निमंत्रण को सवीकार नहीं करता हूँ, बहुत से लोगों को यह मेरा रूखापन लगता होगा,यह मेरी विवशता है,इसके अतिरिक्त में परिवार वाला हूँ, परिवार के बहुत से कर्तव्य भी निभाने होते हैं,और बहुत से काम घर गृहस्ती चलाने के लिए करने होतें हैं |
में और सोशल साईट में खाता खोलने में असमर्थ हूँ,जिस,जिसने मुझे अपना सोशल साईट पर मित्र बनाना चाह,उनको हार्दिक धन्यवाद |

4 टिप्‍पणियां:

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" ने कहा…

हमें भी कल आपके नाम से "झूस" द्वारा भेजी गई एक ईमेल मिली थी..जिसमें लिखा था कि "विनय आपको मित्र के रूप में जोडना चाहते हैं"...हमने तो देखते ही झट से डिलीट कर डाली..क्यों कि न तो इन सब चीजों के लिए अपने पास समय है ओर न ही कोई रूचि....मेरी नजर में तो ये सब फालतू लोगों के टाईम पास के साधन है बस.

Vinashaay sharma ने कहा…

पन्डित जी आश्चर्य है,मेरे को तो इस बात का पता ही नहीं,मेने तो कोई इस प्रकार की रिकुयस्ट भेजी ही नहीं ।

निर्मला कपिला ने कहा…

पता नही आजकल इस अन्तरजाल पर क्या हो रहा है अब हम भी सभी मेल डिलीट कर देते हैं धन्यवाद्

बेनामी ने कहा…

सच कहा आपने, रोज ऐसे बीसों निमंत्रण आते हैं।
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क्या आप बता सकते हैं कि इंसान और साँप में कौन ज़्यादा ज़हरीला होता है?
अगर हाँ, तो फिर चले आइए रहस्य और रोमाँच से भरी एक नवीन दुनिया में आपका स्वागत है।